घान अधिप्राप्ति का सरकारी रेट 1868 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि खरिदगी 1600 प्रति क्विंटल किया गया है, जांच की मांग

औरंगाबाद।(अनिल कुमार) धान अधिप्राप्ति की समय सीमा बढ़ाने तथा जिला प्रशासन से धान अधिप्राप्ति को लेकर शीघ्र ठोस कदम उठाने की मांग दाउदनगर भाजपा मंडल अध्यक्ष सुरेन्द्र यादव ने किया है। उन्होंने कहा है कि धान अधिप्राप्ति में जिला काफ़ी पीछे रह गया है। काफ़ी किसानों के उत्पाद अभी खलिहान में ही पड़ा हुआ है, जिससें उनके लिए सिरदर्द बना हुआ है। उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि स्थिति यह है किसान व्यापारियों के हाथों घान औने-पौनों दामों में बेचने के लिए मजबूर है। जिससें सरकार की बदनामी हो रही है जबकि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार 1868 रुपए प्रति क्विंटल है जबकि खरीद 1600 रुपए प्रति क्विंटल किया जा रहा है। इस बीच लगभग 2 लाख टन धान की खरीद की में किसानों से प्रति क्विंटल में 268 रुपये का गोलमाल किया जा रहा हैै। और तो और पैक्सो के द्वारा कुछ वैसे लोगों के नाम पर अधिप्राप्ति दिखाया गया है जो किसान कहने मात्र के लिए किसान है। जिसमें न तो उनके पास एक एकड़ की जमिन है और न ही वे खेती करते है। भिन्न-भिन्न लोगों के नाम पर खरीदगी हुआ है जबकि वे किसान नहीं है। जिसके कारण मूल किसानों को घान अधिप्राप्ति का उचित मूल्य नहीं मिल पाया है, उनके धान खलिहानों में पड़े हुए हैं और अधिप्राप्ति का समय भी समाप्त हो गया है। यह गहन जांच का विषय है। यदि इसका भौतिक सत्यापन किया जाता है तब तो काफ़ी फर्जीवाड़ा का बहुत बड़ा मामला सामने आएगा। जिस पर जिला अधिकारी महोदय को उचित कदम उठाकर कार्रवाई करने की आवश्यकता है।