कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस के वैज्ञानिकों ने मसूर की खेत में ऑन फार्म ट्रायल क़िया

चितरंजन कुमार
औरंगाबाद। बारूण प्रखंड के सीरिस, घोरहा गाँव मे लगभग 7 एकड़ की खेत के लिए मसूर के बीज, बीजउपचार के लिए दावा और अब बुवाई के 45 दिन बाद उर्वरक NPK 18: 18: 18 का 2% के अनुसार NPK घुलनशील उर्वरक किसानों को निशुल्क दिया गया है। अजय सिंह और परमानन्द सिंह आदि के खेत पर NPK घोल का फोलियर स्प्रे करवाया गया। केंद्र के वैज्ञानिक पंकज कुमार सिन्हा ने किसानों को दलहनी फसलों मे पोषक तत्व प्रबंधन के बारे मे जानकारी दी तथा NPK फोलियर स्प्रे से होने वाले पौधों के लाभ को भी बताया। साथ ही डॉ अनूप कुमार चौबे ने बताया की अक्सर किसान भाई दलहनी फसल मे उर्वरक का प्रयोग बहुत ही काम मात्रा मे खेत मे देते है या सिर्फ DAP का ही प्रयोग करते है तथा इस स्थिति मे खेत मे उर्वरक की कमी हो जाती है जिससे पौधों के बृद्धि भी प्रभावित होती है ओर उत्पादन काम होता है अगर पोटेशियम की कमी से पौधों के नई पत्तीय पीली पड़ने लगता है तथा पौधों के फूल भी झड़ता है। NPK फोलियर स्प्रे मसूर मे बुआई के 45 दिन बाद करने से पौधों मे पोषक तत्व की उपलब्धता बना राहत है जिससे पौधों मे शाखाए, फूल ओर फली अधिक लगेगा जिससे उत्पादन मे बृद्धि होगा और साथ ही मृदा का उर्वराशक्ति बना राहत है। इस दौरान उपस्थित रौशन, अंशु, प्रशांत एवं तौसीफ आदि रावे छात्र के साथ दर्जनों किसान थे।